लेखक परिचय: जयकुमार राहेवर
जयकुमार राहेवर, अहमदाबाद निवासी, एक ऐसे लेखक हैं जो अपने साहित्य के माध्यम से मानवता और जीवन की गहराइयों को समझने और साझा करने का प्रयास कर रहे हैं। जयकुमार ने अपने लेखन की शुरुआत वर्ष 2015 में की थी, जब उन्होंने पहली बार कविता, गीत या कहानी लिखी। तब से, वे सतत रूप से साहित्य की विभिन्न विधाओं में रचनाएँ कर रहे हैं। उनके लेखन की प्रेरणा उन्हें उनके आस-पास के अनुभवों और घटनाओं से मिलती है।
जयकुमार का मानना है कि उनकी कविताएं, कहानियां और गीत पाठकों के मानसिक विकास और स्वास्थ्य में सकारात्मक योगदान कर सकते हैं। उनके साहित्य का मुख्य उद्देश्य पाठकों को मूल्यों से प्रेरित करना है, जिससे रिश्तों में सुधार और व्यवहार में संतुलन स्थापित किया जा सके। ऐसे समय में, जब अमानवीय सामग्री का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, जयकुमार की रचनाएँ मानवीयता और सह-अस्तित्व को प्रोत्साहित करते हुए समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने की क्षमता रखती हैं।
जयकुमार पिछले डेढ़ साल से मध्यस्थ दर्शन (सह-अस्तित्ववाद) का अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने अपने लेखन की सामग्री को अपने जीवन में भी उतारने का प्रयास किया है, जिसके लिए वे पढ़ते, संवाद करते, और प्रकृति की गोद में मौन रहकर आत्मनिरीक्षण करते हैं। उनके लिए लेखन सिर्फ अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि आत्मिक अनुभव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
जयकुमार ने अपनी रचनाओं को ‘futureofwriting.org’ वेबसाइट पर प्रकाशित करने की अनुमति दी है और वे इस बात से भी सहमत हैं कि उनकी कविताओं, कहानियों या गीतों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग उनके संदेशों से लाभान्वित हो सकें।