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kalpana sancheti

लेखिका परिचय: कल्पना संचेती जी

मेरा नाम कल्पना संचेती है। मैं अपने परिवार के साथ पुणे में रहती हूँ। लेखन की शुरुआत मैंने स्कूल के समय में की थी और बाद में पिछले 10-12 वर्षों के दौरान भी कुछ रचनाएँ लिखी हैं। मुझे अपने आस-पास की घटनाओं पर विचार करना अच्छा लगता है, लेकिन छोटे बच्चे विशेष रूप से मुझे प्रिय हैं। बच्चों को कहानियाँ सुनाते-सुनाते, अक्सर अपनी भी एकाध कहानी बन जाती है।

मेरी कहानियों का उद्देश्य बच्चों को एक अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा देना होता है। मेरा अनुभव है कि अच्छा साहित्य बच्चों को हमेशा पसंद आता है। वे वास्तविक और सकारात्मक दुनिया को पसंद करते हैं, और यदि कहानी में कोई सीख सीधे-सीधे न होकर रोचक ढंग से प्रस्तुत की जाए, तो उन्हें और भी अधिक भाती है।

मैं पिछले आठ से दस वर्षों से मध्यस्थ दर्शन (सह-अस्तित्ववाद) से जुड़ी हूँ। इस दर्शन ने मुझे इस बात की स्पष्टता दी है कि बच्चों का साहित्य कैसा होना चाहिए। हालांकि मैंने बहुत कम लिखा है, लेकिन जो भी लिखा है, उसे मैं कहानी के रूप में बच्चों को सुनाती हूँ, ताकि वे सहज रूप से मानवीय मूल्यों को समझ सकें।

मैंने अपनी रचनाओं को ‘futureofwriting.org’ वेबसाइट पर प्रकाशित करने की सहमति दी है। इसके साथ ही, मैं इस बात से भी सहमत हूँ कि मेरी कहानियों और कविताओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इन्हें पढ़ सकें और इनसे प्रेरित हो सकें।


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