प्यारीअम्माँ
मेरी अम्माँ प्यारी अम्माँ,
मुझे बहुत ही भाति है।
मेरा प्यारा मुन्ना बेटा,
कहकर मुझे बुलाती है।

कभी जरा चोट लगी तो,
झट दौड़ी चली आती है।
मेरेदुलारा बेटा कहकर ,
झटपट दवा लगाती है।

आँचल से आँसू पोंछकर,
प्यार से चुम्बन देती है।
प्यारा मुन्ना मत रो कहकर,
अम्माँ मुझे चुप कराती है।

दोनों हाथ फैलाकर अम्माँ,
सीने से लगा लेती है।
रंग बिरंगी खलौने देकर,
मेरा मन बहलाती है।

स्वदिष्ट भोजन बनाकर माँ,
हल्दी दूध पिलातीहै।
ताजी मीठे फल तोड़कर,
मुझे रोज खिलाती है।

गालों में चुम्बन देकर,
हाथों से सहलाती है।
थपकी देकर मुझे सुलाती,
मीठी लोरी सुनाती है।

मेरी अम्माँ प्यारी अम्माँ,
सबकी अम्माँ अच्छी अम्माँ।
मेरी अम्माँ दुलारी अम्माँ,
मुझे बहुत ही भाँति है।

उर्मिला सिदार बुलाँकी
रायगढ़ छत्तीसगढ़

Urmila Sidarji

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