इमानदारी का इनाम
एक शहर में गट्टू नामक एक लड़का अपने गरीब माता-पिता के साथ रहता था। वह चौथी कक्षा में पढ़ता था। रंग-बिरंगी पेंसिलें और खुशबू वाले रबर उसे बहुत पसंद थे। उसने एक दिन अपने माता-पिता से वैसी ही पेंसिल और रबर मांगे, लेकिन उनके महंगे होने के कारण उसके माता-पिता ने उसे मना कर दिया और कहा, “वह बहुत महंगे आते हैं।”
इसके बाद गट्टू ने पेंसिल और रबर अपने माता-पिता से मांगना छोड़ दिया।
एक दिन जब वह स्कूल से वापस आ रहा था, तब रास्ते में उसे तीन रंग-बिरंगी पेंसिल और तीन खुशबू वाले रबर मिले। उसने इधर-उधर देखा कि शायद किसी का गिर गया हो, लेकिन वहां कोई नहीं था। गट्टू वे पेंसिल और रबर लेकर घर चला गया।
शाम को जब वह उनसे अपना होमवर्क कर रहा था, तब उसकी मम्मी ने उससे इसके बारे में पूछा। गट्टू ने सारी बात मम्मी को बता दी। उसकी मम्मी ने कहा, “यह पेंसिल और रबर तुम्हारे नहीं हैं। अगर यह स्कूल के पास से मिले हैं तो इन्हें तुम प्रिंसिपल सर को दे दो। इस तरह से लोगों का सामान अपने पास रखना अच्छी बात नहीं है।” गट्टू ने मम्मी की बात मानी और अगले दिन प्रिंसिपल सर को पेंसिल और रबर देने चला गया। गट्टू ने प्रिंसिपल सर को सारी बात बताई। प्रिंसिपल सर ने कहा, “तुमने बहुत अच्छा काम किया गट्टू। सबको तुम्हारी तरह ईमानदार होना चाहिए।” यह सुनकर गट्टू बहुत खुश हुआ।
प्रिंसिपल सर ने पियन को बुलाकर सभी कक्षाओं में जाकर यह घोषणा करने को कहा कि किसी को तीन पेंसिल और रबर मिले हैं, जिन्हें गट्टू ने जमा किया है। जिसे भी ये सामान मिले हों, वो प्रिंसिपल सर के ऑफिस में आकर ले ले। पिंकू ने यह सुना और वह पेंसिल और रबर लेने प्रिंसिपल सर की ऑफिस में चला गया। जाते-जाते रास्ते में उसे लालच हुआ और उसने 3 की जगह 5 पेंसिल और 5 रबर मांगने का सोचा। पिंकू ने जाकर प्रिंसिपल सर से कहा, “वह पेंसिल और रबर मेरे ही हैं, लेकिन मुझे तो 5 पेंसिल और 5 रबर चाहिए।”
यह सुनकर प्रिंसिपल सर ने गट्टू को बुलाया। गट्टू ने प्रिंसिपल सर से कहा, “मुझे तो 3 ही पेंसिल और 2 रबर मिले थे, जो मैंने आपको दिए थे।” प्रिंसिपल ने मंद स्मित के साथ कहा, “पिंकू कह रहा है कि उसे 5 पेंसिल और 5 रबर मिले थे।” गट्टू ने जवाब दिया, “सर, मुझे तो 3 पेंसिल और 2 रबर ही मिले थे। अगर मुझे उन्हें रखने का इरादा होता, तो मैं सारे ही रख लेता, 3 ही क्यों लौटाता?”
प्रिंसिपल सर ने कहा, “गट्टू, तुम सही कह रहे हो। और पिंकू को 5 पेंसिल और 5 रबर लेने की लालसा थी, इसलिए यह पेंसिल और रबर तुम्हारे नहीं हो सकते।”
इसके बाद, प्रिंसिपल ने गट्टू से कहा, “क्योंकि सही व्यक्ति अभी तक इसे लेने नहीं आया है, तो यह पेंसिल और रबर तुम्हें मिलते हैं। यह ईमानदारी के बदले तुम्हें इनाम है।” और प्रिंसिपल सर ने वह पेंसिल और रबर गट्टू को दे दिए। इस तरह गट्टू को उसकी ईमानदारी के बदले उसकी मनपसंद चीज मिली।
Kavish beta ji
(10 years old)
(Mother name:Vaishali,Ahmedabad,Gujrat)