अयान 10 वर्ष का होने वाला था , एक महीना बाद जन्मदिन आने वाला था , मम्मी पापा बर्थडे का जो भी प्लान बनाते अयान को पसंद नहीं आता , वह ना नुकुर और नखरे करने लगता , की ऐसा नहीं वैसा ।
अयान के मम्मी पापा अयान से थोड़ा और बात करने पर पता चला कि आज कल उस अपना कोई भी चीज पसंद नहीं आ रहा । अयान ने कहा कि उसके दोस्त के पापा उस बड़ी गाड़ी में छोड़ने आते हैं जब को उसके पापा मारुति नैनो में ।
मम्मी पापा सोचने लगे कि कैसे बात करे अयान के में में ऐसे तुलना आना ठीक बात नहीं है ।
थोड़ा आपस में और बात करने पर पता चला कि वह दोनों खुद घर में ऐसे ही बात करते हैं , जैसे कि कल मिसेज शर्मा का सूट मुझ से ज्यादा अच्छा था , मैं तो वहीं पुरानी वाली पहन के गई थी या कल ऑफिस के पार्टी में अपना पुराना कोट पहन के जाने से मुझे अच्छा नहीं लगा ।
अयान के मम्मी पापा ने सोचा कि आगे से घर में अपने बातों के विषय पर ध्यान रखेंगे , अगर उनके खुद के में ऐसी बात रहेगी तो बच्चों को कैसे समझ पाएंगे , कियुं की बच्चे हमारे कहना और करना दोनों देख के समझते हैं ।
लेकिन अयान को तो समझाना ही था ।
उन्होंने अयान को पूछा अगर आप को अपने घर में बगल वाले कमरे में जाओगे तो किस मै जाओगे ?
, आयान ने कहा पैदल ।
उन्होंने फिर पूछा अगर पड़ोसी के यहां जाना है तो ?
अयान ने कहा पैदल ।
अगर पास का दुकान से दूध लाना हो तो ?
अयान ने कहा साइकिल ।
अगर 5 किलोमीटर दूर स्कूल जाना हो तो ?
स्कूटर या कार ।
अगर दिल्ली जाना हो तो ?
हवाई जहाज या ट्रेन ।
इसका अर्थ ये हुआ कि हम कहां जा रहे हैं , कितना दूर जा रहे हैं , इससे ये तय होता कि हम किस में जाएंगे ।
बेटा पापा का ऑफिस घर से 2 कम ही दूर है , बाहर हमारा ऐसे कोई आना जाना नहीं है , सो बड़ी गाड़ी का आवश्यकता नहीं है । आपके दोस्तों के पास बड़ी गाड़ी है तो हो सकता है कि उनके पापा का काम या आवश्यकता ऐसा होगा ।
बिना पूरा बात जाने तुलना करना ठीक बात नहीं है , और एक महत्वपूर्ण बात की हम किसी से उनकी अच्छी बात सीखेंगे , समझेंगे या उनका वस्तु से खुद का तुलना करेंगे ?
हमे अगर कोई वस्तु की आवश्यकता होगी तो उसके लिए मेहनत करेंगे , किसी से तुलना कर के अपना आत्मविश्वास कभी कम नहीं होने देंगे ।




Shalu Agarwal ji

Medhasvi Kids Shiksha Sanskar Pre primary school
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