- बंदना* 🙏
हे! जागृत मानव तुझे प्रणाम।
हम सब हैं’ तेरे संतान।
नेक बने, सदाचारी बने।
मृत्यु भाषी ,उपकारी बने।
सत्यवादी ,शीलवान बने।
धीर-वीर ,बलवान बने ।
हम हैं तेरे ,अबोध संतान ।
प्रेरित हो हम ,बने इंसान।
सत्य राह ,दिखाना हमें।
सत्य पथ पर ,जाना है हमें।
जग में न,हो अत्याचार।
हर पल मिले ,सुख समाचार।
खुश रहे हम, खुशियांँ बाटें।
मिलजुल कर, हम प्यार बाँटे।
दया करो मनु ,हम तेरे संतान।
मांगते हैं हम ,तुझको वरदान।
संतान समझ हमें ,दया करो।
इतना तो हम पर,उपकार करो।
करबद्ध प्रणाम ,स्वीकार करो।
इस जग से हमें ,उधर करो।
अज्ञानी समझ हमें, क्षमा करो।
विनय हमारी स्वीकार करो।
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