नित्य संबंध
पूर्णता में अनुबंध,
संबंध की पहचान,
सहअस्तित्व संबंध में,
पूर्णता सहज ज्ञान ।1।
संबंध की स्थिरता,
संबंध में पारदर्शिता,
संबंध में परगामिता,
अन्तर्यामित्व प्रमाण ।2।
संबंध समझकर,
संबंध में जीना,
परिवार-समाज में
समाधान-न्याय प्रमाण ।3।
संबंध में अपनत्व,
संबंध में एकत्व,
संबंध में अनन्यता,
प्रेममयता प्रमाण ।4।
सहयोग-सहभागिता,
विश्वास का आधार,
संबंध में बहती निरंतर,
ममता, स्नेह, प्रेम धार ।5।
संबंध सहजता,
संबंध सरलता,
संबंध में सौम्यता,
जीवन आनंद प्रमाण ।6।
संबंध में श्रद्धा,
संबंध में गौरव,
संबंध में कृतज्ञता,
यही मानव सम्मान ।7।
संबंध में नियम,
संबंध में न्याय,
संबंध ही समाधान,
सहअस्तित्व पहचान ।8।
सहअस्तित्व है नित्य संबंध,
सहअस्तित्व संबंधों में अनुबंध,
सहअस्तित्व ही मानव प्रबंध,
सहअस्तित्व में जीवन निबंध ।9।
सुरेन्द्र पाठक
अध्येता, मध्यस्थ दर्शन - सहस्तित्ववाद