घर परिवार
मेरा सुंदर घर परिवार ।
रहते हैं सब मिलजुल कर।
साफ सुथरा कच्ची घर।
लिपे पोते आंगन द्वार।
नाना प्रकार के खाई खजाना
छककर खाना गुलछर्रे उड़ना।
कोई किसी को नहीं सताते।
आपस में प्यार से रहते ।
परिवार में सब मिलकर रहते।
मुसीबत में सहयोग करते।
ऐसा सुंदर परिवार हमारा।
हमको प्यार सबको प्यारा।
उर्मिला सिदार बुलाँकी रायगढ़ छत्तीसगढ़